जब ज़िन्दा थे तो रुलाया बहोत था


कब्र पे वो रोने आये हैं ... 
हम से प्यार हैं ये कहने आये हैं ... 
जब ज़िन्दा थे तो रुलाया बहोत था ... 
अब आराम से सोये हैं तो जगाने आये हैं ...

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